नमस्ते! आज हम उष्ट्रासन योग के बारे में बात करेंगे। उष्ट्रासन योग हमारे शरीर, मन और आत्मा के लिए बहुत लाभदायक होता है। इस योग के बारे में जानने के लिए इस वीडियो को ध्यान से देखें।
योगासन का नाम: उष्ट्रासन योग
उष्ट्रासन योग की विधि:
1. सबसे पहले एक योगमाट या चटाई पर बैठें।
2. अब अपने घुटनों को योगमाट पर रखें और अपने पैरों को योगमाट के पीछे रखें।
3. अब अपने हाथों को योगमाट पर रखें और अपने कंधों को धीरे से ऊपर की तरफ उठाएँ।
4. आपके कंधे और हाथ एकत्र हो जाने चाहिए और आपके अंगूठे अपनी पैरों की ओर इशारा करते हुए होने चाहिए।
5. अब अपनी सांस को धीरे से बाहर निकालें और अपनी नाभि को अपने ऊपर की तरफ ढीले करें।
6. इस स्थिति में 30 सेकंड तक बने रहें।
7. अब अपने हाथों को धीरे से नीचे ले जाएँ और अपने कंधों को नीचे की तरफ उतारें।
8. अपने पैरों को योगमाट के सामने लाएँ और अ
9. अब अपने हाथों को योगमाट पर रखें और धीरे से अपने शरीर को आराम से बैठें।
10. यह एक उष्ट्रासन योग की पूरी विधि है।
उष्ट्रासन योग के लाभ:
1. उष्ट्रासन योग से पीठ और कंधों की मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है।
2. इस योग से पेट और अंतरिक्ष के दर्द में आराम मिलता है।
3. यह योग स्ट्रेस को कम करता है और शांति और चिंतन की भावना को बढ़ाता है।
4. यह योग पेट के अलावा पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है।
5. यह योग बढ़ती उम्र के साथ होने वाली बढ़ती कमर और संबंधित समस्याओं से निजात दिलाता है।
6. इस योग से सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है और फेफड़ों के विस्तार के लिए मदद मिलती है।
7. यह योग पेट की चर्बी को कम करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
8. यह योग शरीर को सुडौल बनाने में मदद करता है।
9. इस योग से सर्दी-जुखाम और सिरदर्द जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं।
10. इस योग से हमारा मन शांत होता है और हमें आराम मिलता है।
उष्ट्रासन योग करने की सावधानियां:
1. यदि आप कमर दर्द से पीड़ित हैं, तो इस योग को न करें।
2. यदि आपको बाईं या दाईं कंधे में चोट लगी है, तो इस योग को न करें।
3. इस योग को करते समय हमेशा ध्यान रखें कि अपनी श्वास लेने की क्षमता बनी रहे।
4. यदि आप शरीर के किसी भाग में दर्द या चोट से पीड़ित हैं, तो इस योग को करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
5. इस योग को न करें, अगर आपके हृदय से संबंधित समस्याएं हैं।
उष्ट्रासन योग करने से पहले इन सावधानियों का ध्यान रखें और अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से इसे करें।
ध्यान रखें, योग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें। आपको लगता है कि यह योग आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है, तो इसे अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल करें।